बढ़ती सोने की कीमतों के चलते आम जनता की पहुंच से दूर हो रहा है सोना जीएसटी में कटौती की मांग : सुरेश सोंथालिया


जमशेदपुर 15 सितंबर : भारत में सोना न केवल आभूषणों के रूप में, बल्कि सांस्कृतिक, पारंपरिक और निवेश के दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। हाल के महीनों में सोने की कीमतों में तेज़ी से वृद्धि देखने को मिली है, जिससे आम जनता के लिए इसकी खरीददारी करना बेहद कठिन हो गया है।कैट के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेश सोंथालिया भारत सरकार के वित मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर यह आग्रह किया हैं कि सोने पर लागू वस्तु एवं सेवा कर (GST) की दर में कटौती की जाए। वर्तमान में सोने पर 3% जीएसटी और मेकिंग पर 5% लागू है, जोकि बढ़ती कीमतों के साथ ग्राहकों पर अतिरिक्त बोझ डाल रहा है।
हमारी मांगें:
1. सोने पर लागू जीएसटी को तत्काल प्रभाव से 3% से घटाकर 1% किया जाए।
2. सोने की खरीदारी को प्रोत्साहित करने हेतु छोटे और मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं के लिए विशेष योजनाएं लागू की जाएं।
3. स्वर्ण उद्योग से जुड़े कारीगरों को आर्थिक राहत प्रदान की जाए।
सांस्कृतिक महत्व: भारत में सोना पारंपरिक अवसरों, विवाह, त्योहारों और धार्मिक अनुष्ठानों का अभिन्न हिस्सा है।निवेश का साधन: महंगाई और अनिश्चित आर्थिक हालात में आम जनता के लिए यह सुरक्षित निवेश का माध्यम है।
रोज़गार: स्वर्ण उद्योग लाखों कारीगरों और व्यापारियों को रोज़गार प्रदान करता है। GST का बोझ इस क्षेत्र को भी प्रभावित कर रहा है।कैट के राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री सुरेश सोंथालिया ने कहा आम जनता की कठिनाई को समझते हुए इस मुद्दे पर सहानुभूति पूर्वक निर्णय लिया जाए।