


तिलक कुमार वर्मा
चाईबासा। पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा शहर के ऐतिहासिक मंगला हाट क्षेत्र में स्वच्छता एक बड़ी चुनौती बन चुकी है। नगर परिषद द्वारा लगातार सफाई और कचरा उठाने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन रोजाना की भीड़ और कचरे की अधिकता के कारण गंदगी बढ़ती जा रही है। नगर परिषद द्वारा शहर के सभी इलाकों में घर – घर जाकर प्रत्येक सुबह कचरा उठाने वाली गाड़ियां और सफाई कर्मी कचरा उठाते हैं। प्रत्येक कूड़ेदान की सफाई की जाती है कचरा उठाया जाता है।

इसके बावजूद मंगला हाट क्षेत्र में कचरा जमा होने की मुख्य वजह है दुकानदारों और सब्जी विक्रेताओं द्वारा अपने व्यवसायिक स्थल से कचरा न उठाना और मिट्टी डाल कर अपनी जगह को भर कर ऊंचा कर लेते है जिससे वो जगह मिट्टी के ढेर से नाली का पानी बह नहीं पाता है। नगर परिषद के अधिकारियों ने बताया कि केवल कुछ ही लोग अपने कचरे को कूड़ेदान में फेंकते हैं, अन्य अधिकांश व्यापारी अपने कचरे को वहीं छोड़ देते हैं। इस कचरे के जमा होने से कीचड़ और गंदगी फैलती है। यदि व्यवसायी नियमित रूप से अपने कचरे का निस्तारण करें, तो मंगला हाट की स्थिति बेहतर हो सकती है।नगर परिषद ने जनता से भी सहयोग की अपील की है। सफाई कर्मी दिन-रात मेहनत करते हैं, कूड़ेदानों से कचरा उठाते हैं और उसे उचित तरीके से डिस्पोज करते हैं।

फिर भी जनता का सहयोग और जागरूकता न होने के कारण शहर की स्वच्छता चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। चाईबासा नगर परिषद प्रशासक संतोषनी मुर्मू का कहना है कि शहर की स्वच्छता सिर्फ उनके प्रयासों पर निर्भर नहीं है। दुकानदार, सब्जी विक्रेता और आम जनता को भी जिम्मेदारी निभानी होगी। अपने व्यवसायिक स्थान को घर की तरह साफ रखना और कचरे को कूड़ेदान में डालना ही समाधान है। नगर परिषद का प्रयास है कि मंगला हाट सहित पूरे शहर को स्वच्छ और स्वास्थ्यपूर्ण बनाया जाए, लेकिन इसके लिए जनता का सहयोग अत्यंत आवश्यक है।
कुछ दिनों बाद दुर्गा पूजा है, शहर के तमाम लोग मंगला हाट से फल सब्जी खरीदने आते है, जितना साफ सफाई हम खुद रखेंगे उतना ही अच्छा हमारा स्वास्थ्य और विचार भी होगा। अंत में नगर परिषद यह संदेश देना चाहती है कि स्वच्छता हमारी साझा जिम्मेदारी है। यदि हर नागरिक और व्यापारी अपने स्तर पर जागरूकता दिखाए और स्वच्छता नियमों का पालन करे, तो चाईबासा का मंगला हाट और पूरे शहर की स्वच्छता सुनिश्चित की जा सकती है।