विश्व शांति हजरत मुहम्मद ﷺ के बताए रास्ते पर चलकर ही संभव: हिदायतुल्ला खान


पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद ﷺ के 1500 जन्मदिन पर 5 सितंबर को झारखण्ड सहित दुनिया भर में मुख्तलिफ तकारीब मुनाकिद होने जा रही है। हजरत मुहम्मद ﷺ की आमद के 1500 साल होने पर हर तरफ खुशियों का माहौल है। झारखण्ड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्ला खान ने जश्ने ईद मिलादुन्नबी की पूर्व संध्या पर कहा कि कि दुनिया में अमन कायम करना है तो पैगम्बर हजरत मुहम्मद ﷺ के बताए रास्ते पर चलकर ही शांति स्थापित हो सकती है।हजरत मुहम्मद ﷺ ने जिंदगी जीने का जो तरीका बताया है, वह पूरी इंसानियत के लिए किसी तोहफे से कम नहीं। जरूरत इस बात की है कि हम इस पर अमल कर अपनी और मआशरे की जिंदगी को सुधारें। सभी नबियों के सरदार हजरत मुहम्मद ﷺ की आमद का मक़सद दुनिया से जुल्म और सितम को खत्म कर एक अल्लाह इबादत के जरिए पाकीजा जिंदगी की ओर लोगों को मोड़ना था। हजरत मोहम्मद ﷺ ने भूखों को खाना खिलाने, बेसहारों की मदद करने, राहगीरों के लिए मुसाफ़िर खाना बनाने और प्यासों के लिए पानी का इंतजाम करने वाली बुनियादी जरूरतों को पूरा करने की हिदायत दी है। श्री खान ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अंग्रेजी शासनकाल में कारावास के दौरान उनके जीवन का अध्ययन कर अपने अनुभव को साझा किया था। महात्मा गांधी ने हज़रत मुहम्मद ﷺ के बारे में कहा था “एक सत्य के अन्वेषक, ईश्वर के सच्चे भक्त जिन्होंने अंतहीन अत्याचार सहे और सत्य के मार्ग पर चलते रहे”। श्री खान ने कहा विश्व शांति का एक ही मार्ग है और वह है हजरत मुहम्मद ﷺ के बताए रास्ते पर हम सभी चलें।