वरिष्ठ हिन्दी शिक्षक शेषनाथ सिंह ‘शरद’ श्रेष्ठ हिन्दी शिक्षक सम्मान 2025 से सम्मानित होंगे


जमशेदपुर। सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन/तुलसी भवन प्रत्येक वर्ष राष्ट्रभाषा हिन्दी दिवस के अवसर पर एक हिन्दी शिक्षक को राष्ट्रभाषा हिन्दी शिक्षण में उनके अतुलनीय योगदान के लिये सम्मानित करता है। इस वर्ष उपरोक्त सम्मान के लिये सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन/तुलसी भवन कार्यकारिणी ने वरिष्ठ हिन्दी शिक्षक एवं प्रसिद्ध कवि शेषनाथ सिंह ‘शरद’ का चयन किया है।
शेषनाथ सिंह ‘शरद’ का जन्म ग्राम मचकिया, जिला शाहाबाद, बिहार में हुआ। स्नातक की पढ़ाई पूर्ण करने के पश्चात उन्होंने अपने गाँव में ही एक विद्यालय की स्थापना की एवं उसे हाई स्कूल स्तर तक पंहुचाया। कुछ समय उपरांत विद्यालय स्थानीय ग्रामीणों की निगरानी में छोड़ फकीरी का जीवन अपनाया एवं मंचों से देशभक्ति की ओजस्वी वीर रस की कविताओं का वाचन करते रहे। इमरजेंसी के विरुद्ध में होनेवाली अनेक सभाओं में मुख्य वक्ताओं के पूर्व इनकी कविताओं से जनता में जोश भरा जाता था।
1981 में जमशेदपुर आगमन हुआ। ततपश्चात उनकी नियुक्ति साकची हाई स्कूल में हिन्दी शिक्षक के रूप में हुई, जहाँ उन्होंने 2011 तक हिन्दी की शिक्षा दी। सेवानिवृत्ति के पश्चात वर्कर्स कॉलेज में अतिथि शिक्षक के रूप में कोरोना काल तक पढ़ाते रहे।
आपको ‘शरद’ उपनाम वरिष्ठ कवि श्याम नारायण पाण्डेय ने दिया। मंचों , कवि सम्मेलनों में उन्हें महादेवी वर्मा, जानकी वल्लभ शास्त्री, गोपाल दास नीरज, बुद्धिनाथ मिश्र जैसे नामचीन कवियों का संग एवं आशीर्वाद मिला।
आपको राष्ट्रभाषा हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में 13 सितंबर शनिवार को तुलसी भवन में सम्मान स्वरूप अंगवस्त्र, श्रीफल, स्मृति चिन्ह, सम्मान पत्र सहित ₹11,000 की नगद राशि प्रदान की जाएगी।