चौथा खंबा नहीं , लोकतंत्र का मेरुदंड है पत्रकारिता: अशोक पाण्डेय

 

पत्रकारों की सुरक्षा के लिए संकल्पित है नीतीश सरकार : विधायक

डिजिटल मीडिया कोड ऑफ कंडक्ट का पालन करें : डॉ. जोशी

एआई के मकड़जाल से पत्रकारिता को बचाना जरूरी : शाहनवाज

पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एकमात्र गंभीर संगठन है बीएसपीएस : गिरिधर शर्मा

बिहार में बीएसपीएस उभरेगा सशक्त संगठन के रूप में : अजय भूषण

गया/मानपुर : बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ (बीएसपीएस) की बिहार राज्य इकाई द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला सह पत्रकार सम्मान समारोह सोमवार को मानपुर प्रखंड अंतर्गत गया-नवादा रोड स्थित एक निजी होटल में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम का उद्घाटन वजीरगंज विधायक वीरेंद्र सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया। मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि, “यह मेरे लिए गर्व का विषय है कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में पत्रकारों का इतना बड़ा आयोजन हो रहा है। यह पत्रकारिता का कुंभ है, यहां से निकलने वाला अमृत बिहार के विकास के लिए अमृत-वरदान सिद्ध होगा।” इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष ने विधायक सिंह को अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया।

कार्यशाला की अध्यक्षता बीएसपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक पाण्डेय ने की। उन्होंने पत्रकारों से आह्वान किया कि वे निर्भीक होकर सच लिखें, लेकिन ऐसा सच लिखें जिसे साबित किया जा सके। उन्होंने तीन दशक पुरानी पत्रकारिता और वर्तमान दौर की पत्रकारिता की तुलना करते हुए कहा कि अब समय बदल गया है, इसलिए पत्रकारों की जिम्मेदारियां भी और बड़ी हो गई हैं। समाज के प्रति अपनी भूमिका का मूल्यांकन करते हुए पत्रकारों को कार्य करना होगा।

राष्ट्रीय महासचिव डॉ. नवीन आनंद जोशी ने लोकतंत्र में पत्रकारिता की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पत्रकार लोकतंत्र के सच्चे प्रहरी होते हैं। वे निष्पक्षता, ईमानदारी और सुचिता की रक्षा करते हैं तथा आदर्श वातावरण का निर्माण कर जनता को जागरूक बनाते हैं। उन्होंने डिजिटल मीडिया से जुड़े पत्रकारों से आह्वान किया कि वे डिजिटल मीडिया कोड ऑफ कंडक्ट का पालन करें और पत्रकारिता की गरिमा बनाए रखें।

संगठन के संस्थापक शाहनवाज हसन ने बीएसपीएस की स्थापना से लेकर उसके अब तक के विस्तार की यात्रा साझा की। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में अब और धार लाने की आवश्यकता है। पत्रकार को न केवल अपनी रक्षा करनी है बल्कि समाज के वंचित और शोषित वर्ग की भी रक्षा करनी होगी। उन्होंने सोशल मीडिया आधारित पत्रकारिता से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर नवोदित पत्रकारों को मार्गदर्शन दिया और साथ ही यह चेतावनी भी दी कि पत्रकारों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के मकड़जाल से बचना होगा।

राष्ट्रीय संगठन सचिव गिरिधर शर्मा ने कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए पूरे देश में यदि कोई संगठन गंभीरता से कार्य कर रहा है, तो वह है बीएसपीएस। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि बिहार में संगठन बहुत जल्द एक सशक्त रूप में उभरेगा।

इस अवसर पर प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष अजय भूषण ने घोषणा की कि विधानसभा चुनाव उपरांत संगठन का राष्ट्रीय सम्मेलन राजगीर में आयोजित किया जाएगा।

कार्यशाला के दौरान पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई और पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कई पत्रकारों को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गया, नवादा, जहानाबाद, पटना, औरंगाबाद सहित झारखंड के चतरा, हजारीबाग और कोडरमा जिले के पत्रकार शामिल हुए।

इस प्रकार बीएसपीएस बिहार राज्य की एक दिवसीय कार्यशाला पत्रकारिता के नए आयाम, पत्रकार सुरक्षा और लोकतंत्र की मजबूती पर सार्थक विमर्श का मंच बनी।

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