


तिलक कुमार वर्मा/मझगांव : झारखंड सरकार के द्वारा संचालित उन्नति का पहिया योजना से स्कूलों में ड्रॉप आउट की संख्या काम हो जाएगी। यह बातें झारखंड सरकार द्वारा संचालित उन्नति का पहिया योजना के अंतर्गत मंगलवार को कल्याण विभाग द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग की छात्र— छात्राओं के बीच निःशुल्क साइकिल का वितरण हाटगम्हरिया मध्य विद्यालय में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मझगांव विधानसभा के लोकप्रिय विधायक माननीय श्री निरल पूर्ति ने कहा। उन्होंने कहा कि साइकिल मिलने से बच्चों को नियमित रूप से स्कूल आने में आसानी होगी । स्कूल दूर में होने की वजह से कई बच्चे बच्चियां को स्कूल जाने में काफी परेशानी होती थी। जिसे ड्रॉप आउट की संख्या भी बढ़ रही थी, लेकिन झारखंड सरकार ने शिक्षा को विकास के पहले पायदान पर रखते हुए बच्चों के लिए उन्नति का पहिया कार्यक्रम लाया। जिससे स्कूल आने वाले बच्चों को किसी प्रकार की परेशानी उठानी नहीं पड़े । जितने बच्चों को साइकिल मिल रहा है, वह नियमित रूप से स्कूल पहुंचे और अच्छी पढ़ाई करें। आज के जमाने में पढ़ाई बहुत महत्वपूर्ण है। पढ़ाई के बिना आप दो कदम भी नहीं चल सकते। आप आने वाले झारखंड और देश के भविष्य हैं। इसलिए मेहनत कर ईमानदारी के साथ पढ़ाई करें और अपने मां-बाप के साथ स्कूल, जिला, राज्य और देश का नाम रोशन करें। विधायक ने कहा कि स्कूलों में बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, इसके लिए शिक्षक अपनी जिम्मेदारी को अच्छी तरह समझे। क्योंकि बच्चे अगर सफल होते हैं तो जीवन भर अपने शिक्षक को नहीं भूलते हैं। आप अपने बच्चों को ऐसा तैयार करें कि वह ऊंचे पद पर रहते हुए आपको हमेशा याद करें। वहीं अभिभावकों से भी अनुरोध है कि बच्चों को आगे बढ़ाने में किसी प्रकार के रुकावट ना बने। आज के समय बच्चे अपना भविष्य खुद तय करते हैं। इसलिए उन्हें गाइड करते रहें और सही मार्गदर्शन करें। किस दिशा में जाना है उनकी रुचि के हिसाब से बच्चे अपने तय करेंगे। बच्चों पर दबाव भी ना बनाएं, क्योंकि हम कई बार उच्च प्रतिशत लाने को लेकर बच्चों पर बोझ डाल देते हैं। यह बिल्कुल भी सही नहीं है। उनके बाल मन पर इसका विपरीत प्रभाव भी पढ़ सकता है। साइकिल वितरण कार्यक्रम वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए आठवीं कक्षा में अध्ययनरत 300 छात्राओं को लाभान्वित किया गया। इस दौरान प्रखण्ड विकास पदाधाकारी सालुकु हेम्ब्रम, जिला परिषद सदस्य प्रमिला पिंगुवा, जुडिया सिंकु, स्थानीय जनप्रतिनिधि, शिक्षक शिक्षिकाएं, झामुमो कार्यकर्ता समेत अन्य उपस्थित रहे।