


ब्यूरो रिपोर्ट
लातेहार। झारखंड में नक्सल उन्मूलन के अभियान को बड़ी सफलता मिली है। कुख्यात संगठन JJMP के नौ सक्रिय नक्सलियों ने रविवार को आत्मसमर्पण कर नई राह चुनने का साहसिक निर्णय लिया। आत्मसमर्पण कार्यक्रम लातेहार में पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव, सीआरपीएफ आईजी साकेत सिंह, आईजी अभियान माइकल राज और पलामू के जोनल आईजी सुनील भास्कर की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर नक्सलियों ने न केवल अपने हथियार सौंपे, बल्कि यह संकल्प भी लिया कि अब वे हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज और परिवार की भलाई के लिए कार्य करेंगे। आत्मसमर्पण करने वालों में कई जोनल व सब-जोनल कमांडर शामिल हैं, जिन पर लाखों रुपये का इनाम था। वर्षों तक जंगल और बंदूक के साये में जिंदगी बिताने के बाद इन नक्सलियों ने यह समझा कि हिंसा से केवल तबाही मिलती है। आत्मसमर्पण के बाद उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि उनके बच्चे शिक्षा प्राप्त करें, परिवार सुरक्षित रहे और समाज में सम्मानजनक जीवन जिया जा सके। उनका यह कदम साबित करता है कि सही समय पर सही रास्ता चुनना ही असली बहादुरी है।
पुलिस और प्रशासन की भूमिका
लातेहार पुलिस व सुरक्षा बलों की लगातार पहल, समझाइश और सरकार की पुनर्वास नीति का ही परिणाम है कि नक्सली मुख्यधारा में लौट रहे हैं। अधिकारियों ने आत्मसमर्पित नक्सलियों को आश्वासन दिया कि उन्हें पुनर्वास योजना का पूरा लाभ मिलेगा ताकि वे अपने जीवन को नई दिशा दे सकें।
समाज के लिए संदेश
इस आत्मसमर्पण ने यह संदेश दिया है कि हिंसा का अंत शांति और विकास की शुरुआत है। नक्सलियों ने जिस साहस से हथियार छोड़े हैं, वह आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी है। अब उम्मीद है कि क्षेत्र में शांति का माहौल और विकास की गति और मजबूत होगी।