सुरक्षा बलों द्वारा स्वतंत्रता दिवस से पहले नक्सलियों को लगा था बड़ा झटका, 2 लाख का इनामी एरिया कमांडर मुठभेड़ में ढेर, हथियारों का जखीरा बरामद
नक्सलियों को पुलिस की चेतावनी, आत्मसमर्पण करो, वरना होगा एनकाउंटर



तिलक कुमार वर्मा
चाईबासा । स्वतंत्रता दिवस से पूर्व पश्चिमी सिंहभूम जिले में चलाए गए संयुक्त सुरक्षाबलों के अभियान में झारखंड पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। कोल्हान डीआईजी अनुरंजन किस्पोट्टा ने प्रेस वार्ता कर जानकारी दी कि कोबरा-209 बटालियन और चाईबासा पुलिस की टीम ने गोईलकेरा थाना क्षेत्र के दुगुनिया, पोसैता और तुम्बागाड़ा के जंगल-पहाड़ी इलाकों में मुठभेड़ के दौरान प्रतिबंधित भा.क.पा. (माओवादी) का एरिया कमांडर अरुण उर्फ वरुण उर्फ निलेश मदकम (थाना कोन्टा, जिला सुकमा, छत्तीसगढ़) को मार गिराया। मृतक नक्सली पर ₹2 लाख का इनाम घोषित था।मुठभेड़ से पहले पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि शीर्ष नक्सली नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन समेत कई कमांडर स्वतंत्रता दिवस पर बड़ी वारदात की योजना बना रहे हैं। अभियान के दौरान नक्सलियों में भगदड़ मच गई, कई के घायल होने की आशंका है और कुछ दस्ता छोड़कर फरार हो गए। बरामद हथियार व सामग्री सर्च अभियान में पुलिस ने नक्सलियों से लूटे गए 4 एसएलआर रायफल, 527 जिंदा कारतूस, 9 एसएलआर मैगजीन, 1 एलएमजी मैगजीन, 3 डेटोनेटर, 5 मैगजीन पाउच, 6 पिट्टू, 3 नक्सली वर्दी, नक्सली पर्चे, 18 बैटरी, 1 जंगल शूज, 1 बेल्ट और अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की। इस प्रेस वार्ता में पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन एएसपी अभियान पारस राणा सीआरपीएफ एवं कोबरा, जगुआर से विनोद कार्तिक, दीपक भाटी, एसडीपीओ बहामन टूटी, शिवम प्रकाश समेत अन्य पुलिस के पदाधिकारी उपस्थित हुए। पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक ने नक्सलियों से हिंसा का रास्ता छोड़ आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़ने की अपील की। उन्होंने बताया कि झारखंड सरकार की नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति में 24 घंटे के भीतर आत्मसमर्पित नक्सलियों को ओपन जेल में स्थानांतरित करने और पुनर्वास पैकेज का लाभ देने का प्रावधान है। इस अभियान में चाईबासा जिला पुलिस और कोबरा-209 बटालियन की संयुक्त टीम शामिल रही।