बैद्यनाथ सेवा संघ ने शिक्षक और शिक्षकाओं को किया सम्मानित


जमशेदपुर : दीमक से भी घातक है नशे की समान जो शरीर के साथ साथ देश को भी खोखला कर जाएगा । अमर प्रताप सिंह (प्राचार्य कोऑपरेटिव कॉलेज) बाबा बैद्यनाथ सेवा संघ की ओर से मानगो डिमना रोड स्थित महेंद्र मैरिज हॉल में शिक्षक सम्मान समारोह धूमधाम से मनाया गया । कार्यक्रम में शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया। संघ के संयोजक विकास सिंह एवं उनके संघ के लोगों के द्वारा कार्यक्रम में शामिल होने आए शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के चरण को पारंपरिक तरीके से पानी से धोकर माथे में कुमकुम लगाकर सभागार में प्रवेश कराया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ सभागार में रखे डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्प अर्पित एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कोऑपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल अमर प्रताप सिंह, जे.के.एस कॉलेज के प्रिंसिपल ए.पी सिंह, शरद कवि सह पूर्व प्रधानाध्यापक शेषनाथ सिंह, जमनीकांत विश्वविद्यालय के डायरेक्टर डॉ सुमित सेन, घाटशिला महिला कॉलेज की प्रिंसिपल पुष्कर बाला, जुस्को स्कूल की कोऑर्डिनेटर रीता मिश्रा एवं अल कबीर पॉलिटेक्निक के वरिष्ठ प्रोफेसर जटाशंकर पांडे मुख्य रूप से शामिल हुए । आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए संघ के संस्थापक सदस्य विकास सिंह ने कहा शिक्षक का जो पद है वह अमर है बाकी इस दुनिया में जो भी पद है वह क्षणिक होता है शिक्षक कभी मरते नहीं है उनके दिया हुआ ज्ञान आजीवन जीवित रहता है इसलिए सम्मान के असली हकदार शिक्षक ही होते हैं विकास सिंह ने कहा की शिक्षक लोगों को अंधकार से निकाल कर प्रकाश की ओर ले जाते हैं शिक्षक के द्वारा दिए गए ज्ञान के कारण ही लोग चांद तक पहुंच गए हैं शिक्षक पैसे की नहीं सम्मान के भूखे होते हैं । कार्यक्रम में नशा के दुष्परिणाम पर परिचर्चा हुई जिसमें शरद कवि शेषनाथ सिंह ने नशा से हो रहे नुकसान पर कविता सुनाया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कोऑपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल अमर प्रताप सिंह ने कहा की शिक्षक त्याग की परिमूर्ति होती है, जिसका जीता जागता उदाहरण 5 सितंबर शिक्षक दिवस का दिन है जिसे देश के राष्ट्रपति रहे डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के दिन मनाया जाता है उन्होंने कहा की डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती मनाने गए लोगों को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने कहा कि मेरी नहीं सभी शिक्षकों की जयंती मनाया जाए जिससे मेरी जयंती खुद ब खुद बन जाएगी । नशा के खिलाफ हो रहे परिचर्चा में अमर सिंह ने कहा की नशा करने वाला व्यक्ति खुद को कितना बर्बाद करता है यह तो वह खुद जानता होगा लेकिन धीरे-धीरे नशा पूरे देश को खोखला करता जा रहा है देश की आर्थिक, मानसिक और प्रतिष्ठा नशा के कारण धीरे-धीरे धूमिल और कमजोर होती जा रही है आज अन्य देश ओलंपिक में दर्जनों मेडल जीत रहे हैं और हमारे देश को मेडल जीतने के लिए सोचना पड़ता है । जेकेएस कॉलेज के प्रिंसिपल ए.पी सिंह ने कहा सारे लोग नशा का विरोध करते हैं फिर भी नशा का दायरा बढ़ते चला जा रहा है थोड़े से पैसे की लालच में जिम्मेदार लोग नशा को प्रोत्साहन दे रहे हैं जो आने वाले भविष्य में स्वयं एवं देश के लिए खतरा साबित होगा । कार्यक्रम में विकास विद्यालय, किरण मेमोरियल स्कूल एवं ज्ञान गंगा विद्यालय के विद्यार्थियों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रायोजित किए गए । आयोजन कर्ताओं के द्वारा आए हुए सभी अतिथियों को अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर एक-एक कर सम्मानित किया गया । शिक्षाविद छोटेलाल सिंह ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के विजेताओं को पुरस्कृत कर धन्यवाद ज्ञापन दिया । कार्यक्रम में मुख्य रूप विकास सिंह, शेषनाथ सिंह कवि , डॉ अमर सिंह प्रिंसिपल कोऑपरेटिव कॉलेज, डॉ ए.पी सिंह, जेकेएस कॉलेज
डॉ सुमित सेन डायरेक्टर जमिनी कांत विश्वविद्यालय, प्रिंसिपल पुष्कर बाला घाटशिला महिला कॉलेज , कोऑर्डिनेटर रीता मिश्रा काशीडीह स्कूल, प्रो.यू.पी सिंह, डॉ जटाशंकर पांडे, ज्ञानचंद महतो कुमारी लक्ष्मी, रीना रंजन, विकास कुमार सिंह, अभय सिंह, आर.के.यादव,सविता देवी, शशि भूषण शर्मा, आलोक मिश्रा, सुनील सिंह, पंकज कुमार शर्मा, शंभू कुमार सिंह, विनोद कुमार, भीम शर्मा, डॉ वीर सिंह कुंकल, प्रीति बोस, अनिल कुमार शर्मा, मनोज कुमार, अजय कुमार, संजय सिंह, छोटे लाल सिंह, नीलकमल शेखर, संदीप शर्मा, राकेश शाह, विजय सिंह दुर्गा चरण दत्त ,अजय लोहार, शिव साहू, मृत्युंजय साहू, किशोर बर्मन, सुजीत पांडे, सिकंदर प्रजापति, कमलेश सिंह, राहुल गुप्ता, मधु सिन्हा सहित सैकड़ो लोग उपस्थित हुए।