निनाद की पहली प्रस्तुति ‘मनस्वर’: कविता, बीटबॉक्स और हास्य से सजेगी जोशपूर्ण संध्या
कुणाल षाड़ंगी, प्रसेनजीत तिवारी,दिव्येन्दु त्रिपाठी और आरजे मनोज करेंगे उद्घाटन


जमशेदपुर : युवा प्रतिभाओं को मंच देने के उद्देश्य से गठित संगठन ‘निनाद’ अपनी पहली सांस्कृतिक प्रस्तुति के रूप में एक विशेष काव्य संध्या ‘मनस्वर’ का आयोजन करने जा रहा है। 7 सितंबर रविवार को को संध्या 4 बजे, तुलसी भवन, बिष्टुपुर में होने वाले इस कार्यक्रम में 11 युवा कवि अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज और जीवन के विविध पहलुओं को अभिव्यक्त करेंगे।
निनाद की संस्थापक पूनम महानंद और सह-संस्थापक निशांत सिंह ने बताया कि ‘मनस्वर’ केवल एक साहित्यिक आयोजन नहीं बल्कि युवा अभिव्यक्ति और सृजनशीलता को प्रोत्साहित करने का एक मंच है।
कार्यक्रम में कविता के अलावा दो विशिष्ट प्रस्तुतियाँ भी होंगी —
चंद्रमोहन सोरेन उर्फ The Dark Voice की बीटबॉक्सिंग
जय कुमार शाही की हास्य प्रस्तुति
कार्यक्रम में पूर्व विधायक सह झामुमो प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी बतौर मुख्य अतिथि, तुलसी भवन के मानद महासचिव प्रसेनजित तिवारी, साहित्यकार दिव्येन्दु त्रिपाठी और प्रसिद्ध रेडियो जॉकी आरजे मनोज बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे।
इस आयोजन को लेकर शहर के युवाओं और साहित्य प्रेमियों में खासा उत्साह है। उनका मानना है कि ‘मनस्वर’ न केवल एक सांस्कृतिक संध्या है बल्कि एक ऐसा प्रयास है जो युवा रचनात्मकता को नई दिशा देने की ओर अग्रसर है।
निनाद के सह संस्थापक निशांत समेत 11कवि इस कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति देंगे। वहीं संस्थापक पूनम महानंद कार्यक्रम का संचालन करेंगी।
बता दें कि निशांत सिंह एक सशक्त युवा कवि हैं जो पिछले कुछ सालों से निरंतर काव्य साधना कर रहे हैं। अपनी लेखनी और आद्वितीय अभिव्यक्ति के लिए इन्हें प्रतिष्ठित अहिल्याबाई देवी होल्कर पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। इन्होंने न सिर्फ स्थानीय स्कूल-कॉलेजों में ओपन माइक मंंचों बल्कि जमशेदपुर से बाहर के कई प्रतिष्ठित मंचों पर अपनी कविताओं की विशेष शैली में अभिव्यक्ति कर खूब वाहवाही बटोरी है। इन्होंने MJG इवेंट में प्रथम पुरस्कार हासिल कर अपनी काव्य प्रतिभा का लोहा मनवाया है। वहीं रेडियो सिटी के साथ मिलकर जमशेदपुर के विभिन्न कॉलेजों में अपनी प्रस्तुतियों से लोगों को प्रभावित किया है। विविध काव्य विधाओं में लेखन करने वाले निशांत सिंह, अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज,जीवन और मानवीय भावनाओं की गहन अनुभूति को स्वर देते हैं।