उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने किया संप्रेक्षण गृह एवं बाल कुंज का विस्तृत निरीक्षण
सुरक्षा, सुविधा और संचालन को सुदृढ़ बनाने के लिए अधिकारियों ने दिए अहम दिशा-निर्देश



चाईबासा। पश्चिमी सिंहभूम जिले के जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त चंदन कुमार और पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने गुरुवार को चाईबासा स्थित संप्रेक्षण गृह और बाल कुंज का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया। निरीक्षण का उद्देश्य दोनों संस्थानों में सुरक्षा, व्यवस्था और बच्चों के हित में संचालन की स्थिति का मूल्यांकन करना बताया गया।निरीक्षण के दौरान उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने संप्रेक्षण गृह एवं बाल कुंज के समस्त परिसर का विस्तृत अवलोकन किया। उन्होंने भवन, सुरक्षा गार्ड, बच्चों के आवास और सुविधाओं का प्रत्यक्ष निरीक्षण करते हुए यह सुनिश्चित किया कि दोनों संस्थानों में रहने वाले बच्चों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित की जा रही है।इस मौके पर दोनों अधिकारियों ने अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और संलग्न अधिकारियों को सुरक्षा और संचालन के तदर्थ उचित दिशा-निर्देश दिए। इसके अंतर्गत परिसर में सुरक्षा बढ़ाने, नियमित निगरानी सुनिश्चित करने और बच्चों की भलाई को प्राथमिकता देने के उपाय शामिल हैं। साथ ही, उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक ने कार्यपालक अभियंता-भवन प्रमंडल को भी आवश्यक निर्देश दिए, ताकि संस्थानों के भवन और परिसर में सुधार कार्य समयबद्ध और प्रभावी ढंग से किए जाएं। जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों के सुरक्षित और संरक्षित वातावरण में रहने की स्थिति सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। दोनों अधिकारियों ने कर्मचारियों और संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि नियमित निरीक्षण और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बच्चों की सुरक्षा और सुविधाओं को और बेहतर बनाया जाए। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने यह भी कहा कि समय-समय पर ऐसे निरीक्षण जारी रहेंगे ताकि संप्रेक्षण गृह और बाल कुंज में संचालन और सुरक्षा में कोई कमी न रह सके।